दोनों घरों को महकाती मेरी साँझी खुशियाँ कभी उनकी झोली में कभी मेरी झोली में। दोनों घरों को महकाती मेरी साँझी खुशियाँ कभी उनकी झोली में कभी मेरी झोली में।
हँसते मुस्कुराते रहो खुश रहो और हमेशा ख़ुशियाँ बांटते रहो ) हँसते मुस्कुराते रहो खुश रहो और हमेशा ख़ुशियाँ बांटते रहो )
तब मैं एक की जगह दस खर्च करके आती हूँ। तब मैं एक की जगह दस खर्च करके आती हूँ।
भाभी अभी घर में नई है। पाँच-सात साल निकलेंगे वहाँ तक अपनी ज़िम्मेदारियाँ बखूबी निभाने... भाभी अभी घर में नई है। पाँच-सात साल निकलेंगे वहाँ तक अपनी ज़िम्मेदारियाँ बखूबी नि...
कुमुद की इस तरह मन छू लेने वाली बातें राजीव को प्रभावित कर रहीं थीं कुमुद की इस तरह मन छू लेने वाली बातें राजीव को प्रभावित कर रहीं थीं
समझ में आ गया था कि मां बाप से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है। समझ में आ गया था कि मां बाप से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है।